कितना अजीब लगता है उस वक़्त
जब बादल हो पर बरसात ना हो
आंखें हो पर ख्वाब ना हो
जिंदगी हो पर प्यार ना हो
कोई अपना हो पर पास ना हो
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
कितना अजीब लगता है उस वक़्त
जब बादल हो पर बरसात ना हो
आंखें हो पर ख्वाब ना हो
जिंदगी हो पर प्यार ना हो
कोई अपना हो पर पास ना हो
Real Shayari Ek Koshish hai Duniya ke tamaan shayar ko ek jagah laane ki.