तेरी आँखों में जबसे मैंने अपना अक्स देखा है
मेरे चहरे को तबसे कोई आइना अच्छा नहीं लगता है
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
तेरी आँखों में जबसे मैंने अपना अक्स देखा है
मेरे चहरे को तबसे कोई आइना अच्छा नहीं लगता है
Real Shayari Ek Koshish hai Duniya ke tamaan shayar ko ek jagah laane ki.