किस किस को खरीदोगे इन
कागज के नोटों से
किस्मत परखने के लिए तो
आज भी सिक्का ही उछलता है
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
किस किस को खरीदोगे इन
कागज के नोटों से
किस्मत परखने के लिए तो
आज भी सिक्का ही उछलता है
Real Shayari Ek Koshish hai Duniya ke tamaan shayar ko ek jagah laane ki.