शायद ये दिल तो किसी
और के घर का परिंदा है
जो सीने में तो रहता है
लेकिन हमारे बस में नहीं रहता है
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
शायद ये दिल तो किसी
और के घर का परिंदा है
जो सीने में तो रहता है
लेकिन हमारे बस में नहीं रहता है
Real Shayari Ek Koshish hai Duniya ke tamaan shayar ko ek jagah laane ki.