अपने गमो की तू नुमाइश ना कर
अपने नसीब की तू यूँ आजमाइश ना कर
जो तेरा है वो खुद तेरे दर पर चल कर आएगा
रोज उसे पाने की ख्वाइश ना कर
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
अपने गमो की तू नुमाइश ना कर
अपने नसीब की तू यूँ आजमाइश ना कर
जो तेरा है वो खुद तेरे दर पर चल कर आएगा
रोज उसे पाने की ख्वाइश ना कर
Real Shayari Ek Koshish hai Duniya ke tamaan shayar ko ek jagah laane ki.