नहीं सिर्फ जश्न मनाना
नहीं सिर्फ झंडे लहराना
यही काफी नहीं है वतन पर
यादो को नहीं भूलना
जो कुर्बान हुए
उनके लफ्जो को बढ़ाना
खुद के लिए नहीं
जिंदगी वतन के लिए लुटाना
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
नहीं सिर्फ जश्न मनाना
नहीं सिर्फ झंडे लहराना
यही काफी नहीं है वतन पर
यादो को नहीं भूलना
जो कुर्बान हुए
उनके लफ्जो को बढ़ाना
खुद के लिए नहीं
जिंदगी वतन के लिए लुटाना
Real Shayari Ek Koshish hai Duniya ke tamaan shayar ko ek jagah laane ki.