पुराना साल सबसे हो रहा है दूर
क्या करें यही है कुदरत का दस्तूर
बीती यादो को सोचकर उदास ना होना तुम
नए साल में खूब धूम मचाना धूम
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
पुराना साल सबसे हो रहा है दूर
क्या करें यही है कुदरत का दस्तूर
बीती यादो को सोचकर उदास ना होना तुम
नए साल में खूब धूम मचाना धूम
Real Shayari Ek Koshish hai Duniya ke tamaan shayar ko ek jagah laane ki.