किसी के भरोसे मत रह
कोई साथ दे न दे चलना तू सिखले
हर आग में जलना तू सीख ले
कोई रोक ना पाए आगे बढ़ने से तुझे
हर मुश्किल का सामना करना तू सीख ले
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
किसी के भरोसे मत रह
कोई साथ दे न दे चलना तू सिखले
हर आग में जलना तू सीख ले
कोई रोक ना पाए आगे बढ़ने से तुझे
हर मुश्किल का सामना करना तू सीख ले
Real Shayari Ek Koshish hai Duniya ke tamaan shayar ko ek jagah laane ki.