तन्हाई की यह कुछ ऐसी अजब रात है
तुझसे जुडी हुयी हर याद मेरे साथ है
तड़प रहा है तनहा चाँद विना चांदनी के
इस अंधेरी रात में आज कुछ अलग बात है
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
तन्हाई की यह कुछ ऐसी अजब रात है
तुझसे जुडी हुयी हर याद मेरे साथ है
तड़प रहा है तनहा चाँद विना चांदनी के
इस अंधेरी रात में आज कुछ अलग बात है
Real Shayari Ek Koshish hai Duniya ke tamaan shayar ko ek jagah laane ki.