सबकी अपनी जीने की अलग शैली है,
किसी की चादर साफ तो किसी की मैली है,
आज तक सुलझा नहीं पाया है कोई,
जिंदगी तो एक अनसुलझी हुयी सी पहेली है
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
सबकी अपनी जीने की अलग शैली है,
किसी की चादर साफ तो किसी की मैली है,
आज तक सुलझा नहीं पाया है कोई,
जिंदगी तो एक अनसुलझी हुयी सी पहेली है
Real Shayari Ek Koshish hai Duniya ke tamaan shayar ko ek jagah laane ki.