जब भी किसी को करीब पाया है
कसम खुदा की धोखा पाया है
क्यों दोष देते है हम काँटों को
जख्म तो हमको फूलों ने ही दिया है
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
जब भी किसी को करीब पाया है
कसम खुदा की धोखा पाया है
क्यों दोष देते है हम काँटों को
जख्म तो हमको फूलों ने ही दिया है
Real Shayari Ek Koshish hai Duniya ke tamaan shayar ko ek jagah laane ki.