यूँ ही नहीं मिल जाती है राही को मंजिल
एक जुनून दिल में जगाना पड़ता है
जब पूछा चिड़िया से कि कैसे बना आशियाना
तो चिडिया ने कहा
” भरनी पड़ती है उड़ान बार-बार
तिनका तिनका उठाना पड़ता है “
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Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
यूँ ही नहीं मिल जाती है राही को मंजिल
एक जुनून दिल में जगाना पड़ता है
जब पूछा चिड़िया से कि कैसे बना आशियाना
तो चिडिया ने कहा
” भरनी पड़ती है उड़ान बार-बार
तिनका तिनका उठाना पड़ता है “
Real Shayari Ek Koshish hai Duniya ke tamaan shayar ko ek jagah laane ki.