अभी ना पूछो हमसे कि मंजिल कहा है
अभी तो हमने चलने का इरादा किया है
ना हारे है ना हारेंगे कभी
ये किसी और से नहीं खुद से वादा किया है
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
अभी ना पूछो हमसे कि मंजिल कहा है
अभी तो हमने चलने का इरादा किया है
ना हारे है ना हारेंगे कभी
ये किसी और से नहीं खुद से वादा किया है
Real Shayari Ek Koshish hai Duniya ke tamaan shayar ko ek jagah laane ki.