माना कि आज दूर हो आप हमसे
पर दूरियों से कभी दिल टुटा नहीं करते
विश्वास की मिटटी में उगते है जो पौधे
वो वक्त की अँधियो में टुटा नहीं करते
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
माना कि आज दूर हो आप हमसे
पर दूरियों से कभी दिल टुटा नहीं करते
विश्वास की मिटटी में उगते है जो पौधे
वो वक्त की अँधियो में टुटा नहीं करते
Real Shayari Ek Koshish hai Duniya ke tamaan shayar ko ek jagah laane ki.