तुम्हारा ज़र्फ़ है तुम को मोहब्बत भूल जाती है
तुम्हारा ज़र्फ़ है तुम को मोहब्बत भूल जाती है,हमें तो जिस ने हँस कर भी पुकारा याद रहता है,मोहब्बत में जो डूबा हो उसे साहिल से क्या लेना,किसे इस बहर…
तुम्हारा ज़र्फ़ है तुम को मोहब्बत भूल जाती है,हमें तो जिस ने हँस कर भी पुकारा याद रहता है,मोहब्बत में जो डूबा हो उसे साहिल से क्या लेना,किसे इस बहर…
शब – ए – फुरकत भी ख़्वाबो की ताबीर बना दीवो कौन था जिसने मिरी बिगड़ी तकदीर बना दीमैं लिखने बैठा था पन्नो पे एहसास ऐ – ज़िन्दगीऔर मेरे इस…
अनदेखे धागों से,कुछ यू बांध गया मुझको,कि वो साथ ही नहीं,और हम आजाद भी नहीं|
बड़ी मुश्किल से बना हूँ,टूट जाने के बाद |मै आज भी रो देता हु,अक्सर मुस्कराने के बाद
जरा देखो दरवाजे पे,दस्तक किसने दी है?अगर इश्क़ हो तो कहना,यहां दिल नहीं रहता |
कुछ झूठे ख्वाबकुछ अधूरी खवाहिशेज़िंदा रहने के लिएकुछ तो सामान चाहिए।
अब इश्क़ इतना नादां भी नहींकी हर दफा तुम्ही से हो।
Nafrat se bhare in lamho ko ,nae dhage me piroker dekhte hai..! Jo andekha tha abtak, use aik nae sire se jodker ker dekhte hai..!! Chalo aik bar phir se…
Bhadi mehfil me akela hu, ye dastan mai kisko sunau..! Yha sab dekte mujhko ke gar ankhe band hai sab ki..!! Ye vo parda hai jo pada hai jo bhul…
Kya socha tha, kya likha, kya bolunga ye bta..! Khud ki sunu, rasme nibhau, ya vada nibhau ye bta..!! Kal ka kya hai kisne jana aj kya tu khushal hai..!!…