प्यार नहीं था और ना ही दोस्ती थी
प्यार नहीं था और ना ही दोस्ती थीदोनो को बस आदत थीरोज़ सुबह फोन पे बात करना पहले टाईम पास थालेकिन अब ज़रूरत थीदिन में कभी बात ना हो तो…
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
प्यार नहीं था और ना ही दोस्ती थीदोनो को बस आदत थीरोज़ सुबह फोन पे बात करना पहले टाईम पास थालेकिन अब ज़रूरत थीदिन में कभी बात ना हो तो…
Hoton par ruk jate hai alfaz mereKaise batau tumhe ki kitne khash ho mereIntezar ke har pal mein bhi tu hainSubah ke aagaj, sham ke anjam me bhi tu hHar…
शब – ए – फुरकत भी ख़्वाबो की ताबीर बना दीवो कौन था जिसने मिरी बिगड़ी तकदीर बना दीमैं लिखने बैठा था पन्नो पे एहसास ऐ – ज़िन्दगीऔर मेरे इस…
तु उड़ती है सपनो में,जब मैं नींद मैं खोता हूँमेरे दिल की धड़कन भी,मैं तुझमे ही सुनता हूँबिजली की आहट जैसी है तू,मैं पानी जैसे बरसता हूँज़िंदगी के हर मोड़…
ज़िन्दगी से पहले, ज़िन्दगी के बाद,तुझे चाहना बस अब मेरा काम,इस जन्म में तेरे नहीं हुए तो क्या हुआ?अगले सातों जन्म सिर्फ तेरे नामये ख़्वाइश हैं मेरी,अब तुझसे दूर हूँ,…
ज़िन्दगी के सफ़र में आपका सहारा चाहिएआपके चरणों का बस आसरा चाहिएहर मुश्किलों का हँसते हुए सामना करेंगेबस ठाकुर जी आपका एक इशारा चाहिए
जरा देखो दरवाजे पे,दस्तक किसने दी है?अगर इश्क़ हो तो कहना,यहां दिल नहीं रहता |
इजाज़त हो तो कुछ अर्ज़ करेंवो लूट कर भी हमें अमीर कर गया।
कभी उतरो तो इश्क़ के दरिया मेंकी किनारो के मुसाफिर हम नहीं हैं।
महोब्बत न सही मेरी खुशफहमी ही रहने दो की दिल में जीने की ख्वाहिश ज़रा सी और बाकी है I