कोई ग़ज़ल सुना कर क्या करना

कोई ग़ज़ल सुना कर क्या करना,यूँ बात बढ़ा कर क्या करना।तुम मेरे थे, तुम मेरे हो,दुनिया को बता कर क्या करना।तुम साथ निभाओ चाहत से,कोई रस्म निभा कर क्या करना।तुम…

एक तू है, एक मैं हूँ

एक तू है, एक मैं हूँ,तू मानता है जान मुझे,मैं मानती हूँ ज़िन्दगी तुझे,तेरी हर बात में मैं हूँ,मेरी हर याद में तू हैं,तेरी हर नब्ज़ में मैं हूँ,बस तू…

तु उड़ती है सपनो में

तु उड़ती है सपनो में,जब मैं नींद मैं खोता हूँमेरे दिल की धड़कन भी,मैं तुझमे ही सुनता हूँबिजली की आहट जैसी है तू,मैं पानी जैसे बरसता हूँज़िंदगी के हर मोड़…