तीन ही चीज़ें इस तेज़ी से बिछड़ती हैं….,

तीन ही चीज़ें इस तेज़ी से बिछड़ती हैं….,इक सूरज की पहली किरन और हम दोनों, मैं सितारा हूँ मगर तेज़ नहीं चमकूँगा…,देखने वाले की आँखों की सुहूलत के लिए|

जलो ए जलने वालों

जलो ए जलने वालोंमुझसे तुम खूब जलोजलो मेरे काम से जलोमेरे रुतबे से जलोमेरी हैसियत से जलोमेरी पहुंच से जलोमेरी रूह से ना जलोमेरी रूह को नापाक ना करोमेरी रूह…

वो कौन है

वो कौन है जोमोहब्बत के बाज़ार में तराज़ू लेके आए हैंउनसे कह दो कि सच्ची मोहब्बत का कोई मोल नही होताऔर मोहब्बत बिक जाएतो वो अनमोल नहीं होता

अब ना मैं हूँ

अब ना मैं हूँ, ना बाकी हैं ज़माने मेरे​,फिर भी मशहूर हैं शहरों में फ़साने मेरे​,ज़िन्दगी है तो नए ज़ख्म भी लग जाएंगे​,अब भी बाकी हैं कई दोस्त पुराने मेरे।