खुश हूँ और सबको खुश रखता हूँ
लापरवाह हूँ फिर भी सबकी परवाह करता हूँ
मालुम है कोई मोल नहीं मेरा
फिर भी अनमोल लोगों से रिश्ता रखता हूँ
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
खुश हूँ और सबको खुश रखता हूँ
लापरवाह हूँ फिर भी सबकी परवाह करता हूँ
मालुम है कोई मोल नहीं मेरा
फिर भी अनमोल लोगों से रिश्ता रखता हूँ
Real Shayari Ek Koshish hai Duniya ke tamaan shayar ko ek jagah laane ki.