जिक्र करता है दिल सुबह शाम तेरा
गिरते है आंसू बनता है नाम तेरा
किसी और को क्यों देखें यह आंखें
जब दिल पर लिखा है नाम तेरा
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
जिक्र करता है दिल सुबह शाम तेरा
गिरते है आंसू बनता है नाम तेरा
किसी और को क्यों देखें यह आंखें
जब दिल पर लिखा है नाम तेरा
Real Shayari Ek Koshish hai Duniya ke tamaan shayar ko ek jagah laane ki.