जीने की चाह में हर रोज मरते है
वो आये ना आये हम इंतजार करते है
झूठा ही सही मेरे प्यार का वादा
हम आज भी सच मानकर
उनका एतबार करते है
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
जीने की चाह में हर रोज मरते है
वो आये ना आये हम इंतजार करते है
झूठा ही सही मेरे प्यार का वादा
हम आज भी सच मानकर
उनका एतबार करते है
Real Shayari Ek Koshish hai Duniya ke tamaan shayar ko ek jagah laane ki.