दरिया में अपनी कब्र बनाने चला गया
सूरज को डूबने से बचाने चला गया
तमन्ना तो सबसे आगे निकलने की थी मगर
जो गिरे थे उनको उठाने चला गया
अपनों की चाहतों में मिलाबट थी इस कदर
तंग आकर दुश्मनों को मनाने चला गया
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Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
दरिया में अपनी कब्र बनाने चला गया
सूरज को डूबने से बचाने चला गया
तमन्ना तो सबसे आगे निकलने की थी मगर
जो गिरे थे उनको उठाने चला गया
अपनों की चाहतों में मिलाबट थी इस कदर
तंग आकर दुश्मनों को मनाने चला गया
Real Shayari Ek Koshish hai Duniya ke tamaan shayar ko ek jagah laane ki.