Category: Shayari

मैं तबाह हूँ तेरे इश्क में

मैं तबाह हूँ तेरे इश्क मेंइस शायरी का सफर हमें प्यार और दर्द की गहराइयों में ले जाता है। जब इश्क़ की आग में दिल जलता है और वादे टूट…

अकबर इलाहाबादी शायरी का सफर

अकबर इलाहाबादी शायरी का सफर इस ब्लॉग में हम प्रसिद्ध शायर अकबर इलाहाबादी की शायरी के अद्वितीय सफर को जानेंगे। उनकी रचनाओं में हास्य, व्यंग्य, और समाज के विभिन्न पहलुओं…

दिल के जज़्बात नई पीढ़ी की शायरी का संगम

दिल के जज़्बात: नई पीढ़ी की शायरी का संगम शायरी, दिल से निकली वो आवाज़ है, जो सीधे दिल को छूती है। बदलते दौर के साथ, शायरी ने भी नए…

प्यार पर शेर – Love Shayari

इश्क़, उर्दू कविता में सबसे लोकप्रिय विषयों में से एक है। इश्क़ पर सबसे प्रसिद्ध शेरों की सूची तैयार है। इनका चयन प्रसिद्धता और प्रत्येक शेर की गुणवत्ता के आधार…

ग़म नहीं होता है आज़ादों को बेश अज़-यक-नफ़स | मिर्ज़ा ग़ालिब

ग़म नहीं होता है आज़ादों को बेश अज़-यक-नफ़स | मिर्ज़ा ग़ालिब ग़म नहीं होता है आज़ादों को बेश अज़-यक-नफ़स बर्क़ से करते हैं रौशन शम्-ए-मातम-ख़ाना हम महफ़िलें बरहम करे है…

रफ़्तार-ए-उम्र क़त-ए-रह-ए-इज़्तिराब है | मिर्ज़ा ग़ालिब

रफ़्तार-ए-उम्र क़त-ए-रह-ए-इज़्तिराब है | मिर्ज़ा ग़ालिब रफ़्तार-ए-उम्र क़त-ए-रह-ए-इज़्तिराब है इस साल के हिसाब को बर्क़ आफ़्ताब है मीना-ए-मय है सर्व नशात-ए-बहार से बाल-ए-तदरौ जल्वा-ए-मौज-ए-शराब है ज़ख़्मी हुआ है पाश्ना पा-ए-सबात…

आईना क्यूँ न दूँ कि तमाशा कहें जिसे | मिर्ज़ा ग़ालिब

आईना क्यूँ न दूँ कि तमाशा कहें जिसे | मिर्ज़ा ग़ालिब आईना क्यूँ न दूँ कि तमाशा कहें जिसे ऐसा कहाँ से लाऊँ कि तुझ सा कहें जिसे हसरत ने…