अपने दीवार-ओ-दर से पूछते हैं | राहत इंदौरी
अपने दीवार-ओ-दर से पूछते हैं | राहत इंदौरी अपने दीवार-ओ-दर से पूछते हैं घर के हालात घर से पूछते हैं क्यूँ अकेले हैं क़ाफ़िले वाले एक इक हम-सफ़र से पूछते…
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
अपने दीवार-ओ-दर से पूछते हैं | राहत इंदौरी अपने दीवार-ओ-दर से पूछते हैं घर के हालात घर से पूछते हैं क्यूँ अकेले हैं क़ाफ़िले वाले एक इक हम-सफ़र से पूछते…
जो ये हर-सू फ़लक मंज़र खड़े हैं | राहत इन्दोरी जो ये हर-सू फ़लक मंज़र खड़े हैं न जाने किस के पैरों पर खड़े हैं तुला है धूप बरसाने पे…