मिल जायेंगा हमें भी कोई टूट के चाहने वाला
मिल जायेंगा हमें भी कोई टूट के चाहने वाला… अब शहर का शहर तो बेवफा नहीं हो सकता …
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
नयी और पुरानी हिंदी शायरी का कलेक्शन, आप इन केटेगरी के बारे में पड़ सख्ते हो इनमे से कुछ है जैसे दर्द, प्यार, फ्रेंडशिप, गम, ज़िंदगी, तन्हाई और गम
मिल जायेंगा हमें भी कोई टूट के चाहने वाला… अब शहर का शहर तो बेवफा नहीं हो सकता …
रब करे ज़िन्दगी में ऐसा मुकाम आये। …… मेरी रूह और जान आपके काम आये …. हर दुआ में बस यही मांगते है रब से। .. कि अगले जनम में…
क्यूं खुश हो जाता हु में तुम्हारी ख़ुशी देख के……! क्यूं हो जाता हूं मैं हताश तुम्हें उधास देख के ..! चहक सा उठा हूँ मैं जब मिलने की बारी…
नाम तो लिख दू उसका … अपनी हर शायरी के साथ .. मगर फिर खयाल आता है , मासूम सी है जान मेरी…… कही बदनाम ना हो जाए!