तुम्हें धरती पर भेजकर वो कैसे जी पाया है
पलकों को जब-जब आपने झुकाया है, बस एक ही ख्याल दिल में आया है, कि जिस खुदा ने तुम्हें बनाया है, तुम्हें धरती पर भेजकर वो कैसे जी पाया है
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
नयी और पुरानी हिंदी शायरी का कलेक्शन, आप इन केटेगरी के बारे में पड़ सख्ते हो इनमे से कुछ है जैसे दर्द, प्यार, फ्रेंडशिप, गम, ज़िंदगी, तन्हाई और गम
पलकों को जब-जब आपने झुकाया है, बस एक ही ख्याल दिल में आया है, कि जिस खुदा ने तुम्हें बनाया है, तुम्हें धरती पर भेजकर वो कैसे जी पाया है
इस प्यार का अंदाज़ कुछ ऐसा है, क्या बताये ये राज़ कैसा है, कौन कहता है कि आप चाँद जैसे हो, सच तो ये है कि खुद चाँद आप जैसा…
दिल टूटेगा तो फरियाद करोगे तुम भी, हम न रहे तो हमने याद करोगे तुम भी, आज कहते हो हमारे पास वक़्त नहीं हैं, पर एक दिन मेरे लिए वक़्त…
आग दिल में लगी जब वो खफ़ा हुए, महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए, करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो, पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफ़ा…
हमारी ज़िंदगी तो कब की बिखर गयी, हसरते सारी दिल में ही मर गयी, जब से गयी है वो बैठ के डोली में, हमारी तो जीने की तमन्ना ही मर…
बड़ी मुद्दत से चाहा है तुझे बड़ी दुआओं से पाया है तुझे तुझे भुलाने की सोचु भी तो कैसे किस्मत की लकीरो से चुराया है तुझे
याद करते है हम तुम्हे अपनी हर तनहाई में, दिल तो डूबा है गमो की गहराई में, मत ढूंढना हमें दुनिया की भीड़ में, हम मिलेंगे तुम्हे तुम्हारी परछाई में
सबकी अपनी जीने की अलग शैली है, किसी की चादर साफ तो किसी की मैली है, आज तक सुलझा नहीं पाया है कोई, जिंदगी तो एक अनसुलझी हुयी सी पहेली…
प्यार उसे करो जो तुमसे प्यार करे खुद से भी ज्यादा तुम पर ऐतबार करे तुम बस एकबार कहो कि रुको एक पल और वो उन दो पलों के लिए…
खामोश मोहब्बत का एहसास है वो मेरी ख्वाइश मेरे जज्बात है वो अक्सर यह ख्याल क्यों आता है दिल में मेरी पहली खोज और आखिरी तलाश है वो