प्यार नहीं था और ना ही दोस्ती थी
प्यार नहीं था और ना ही दोस्ती थीदोनो को बस आदत थीरोज़ सुबह फोन पे बात करना पहले टाईम पास थालेकिन अब ज़रूरत थीदिन में कभी बात ना हो तो…
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
नयी और पुरानी हिंदी शायरी का कलेक्शन, आप इन केटेगरी के बारे में पड़ सख्ते हो इनमे से कुछ है जैसे दर्द, प्यार, फ्रेंडशिप, गम, ज़िंदगी, तन्हाई और गम
प्यार नहीं था और ना ही दोस्ती थीदोनो को बस आदत थीरोज़ सुबह फोन पे बात करना पहले टाईम पास थालेकिन अब ज़रूरत थीदिन में कभी बात ना हो तो…
रिश्तो से मुकर जाना दस्तूर है दुनिया कामोहोब्बत जिन से हो जाये वो दिलो से नहीं जाते।
कुछ दिन तो मलाल मोहोब्बत मैं फ़र्ज़ हैताउम्र गम उठाने के हम भी शौकीन नहीं।
ख़ामोशी बढ़ गयी है इस्कदरकी सन्नाटो की भी चीखे सुनाई पड़ती हैं।
एक शोर है मुझ मैंजो खामोश बहोत है।
जो कभी हो नहीं सकता मेराफिर क्यों वही अपना लगता है।
एक खलिश मेरे दिल में कुछ यु रह गयीज़िन्दगी मैं ज़रा ज़िन्दगी कुछ कम रह गयी।
घर से दूर मैं आसमा नापने निकलापर एक घोसला हर शाम याद आता है।
कोई सुबह हो ऐसी तेरा दीदार होकोई शाम तो ऐसी आये जो तू साथ हो।
जब जबाब ख़ामोशी मैं हो तोलफ्ज़ो से उलझना क्यों।