किसी की यादों को रोक पाना मुश्किल है
किसी की यादों को रोक पाना मुश्किल है रोते हुए दिल को मनाना मुश्किल है ये दिल अपनों को कितना याद करता है ये कुछ लफ्जो में बयां करना मुश्किल…
कहाँ जायँगे जिंदगी का कारवां लेकर
कहाँ जायँगे जिंदगी का कारवां लेकर युहीं रह जायँगे एक तनहा जहां लेकर चाँद तारे जब ओझल हो चुके है नजरो से क्या करंगे हम अब सारा आसमां लेकर
दिल तड़पता रहा और वो जाने लगे
दिल तड़पता रहा और वो जाने लगे संग गुजरे हर लम्हे याद आने लगे खामोश नजरो से जब मुड़कर देखा उसने तो भीगी पलकों से हम भी मुस्कराने लगे
अब बस जो कुछ मेरा है उसे मेरा ही रहने दे
बहुत कुछ खो चुके ऐ जिंदगी तुझे सवारने की कोशिश में अब बस जो कुछ मेरा है उसे मेरा ही रहने दे
लिखना था कि खुश है तेरे बगैर भी हम
लिखना था कि खुश है तेरे बगैर भी हम मगर कमब्खत आंसू है कि कलम से पहले चलते है
माना कि मोहब्बत की यह भी एक हकीकत है फिर भी
माना कि मोहब्बत की यह भी एक हकीकत है फिर भी जितना तुम बदले हो उतना नहीं बदला जाता
बहुत जुदा है औरो से मेरे दर्द की कहानी
बहुत जुदा है औरो से मेरे दर्द की कहानी क्योकि झख्म का पता नहीं और दर्द की कोई इम्तहा नहीं