की खुद से ही अभी अंजान है हम….
की क्या बताएं तआरुफ़ अपनाकी खुद से ही अभी अंजान है हम।
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की क्या बताएं तआरुफ़ अपनाकी खुद से ही अभी अंजान है हम।
कोई दर्द न था जब तक हमदर्द न थाहमदर्द क्या मिला की ज़ख्म कोई नया।
मुझे आबाद कर या मुझे फ़ना करे कोईउसकी यादो से मुझसे जुदा करे कोई Like4:02 pm
इजाज़त हो तो कुछ अर्ज़ करेंवो लूट कर भी हमें अमीर कर गया।
दूर जाने का उसे क्या गम होगापास होकर भी वो कौन सा खुश था।
अनजान बने हो तो गुज़र क्यों नहीं जातेजान ही गए हो तो ठहर जाओ ना ।
ज़िन्दगी सच मैं अगर होती चार दिन कीदिलो को तोड़ने मैं इसे कोई न गवाता।
उलझा रहने दो मुझेयुहीं तुम्हारे दरमियानसुलझ गए हम अगर तोदूरियाँ दास्तां बुनेंगी।
तेरी अदाकारीमेरी ईमानदारीदोस्तों की नकली यारीमेर परवाह करने की बिमारीये झूटी रिश्तेदारीकई चेहरे लिए घूमने की कलाकारीयह है बनवटी दुनियादारी
झूठे प्यार पर शायरी, कोट्स व स्टेटस वो झूठा प्यार हकीकत मैं दिखा करमेरी सच्ची मोहोब्बत के ख्वाब तोडा गया।