तेरी मोहब्बत में और मेरी फितरत में
तेरी मोहब्बत में और मेरी फितरत में बस फर्क इतना है कि तेरा Attitude नहीं जाता और मुझे झुकना नहीं आता
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
पढ़िए नई और पुरानी प्यार भरी शायरी , लेटेस्ट कलेक्शन और रोज़ाना अपडेट किये हुए प्यार शायरी आप जरूर पसंद करेंगे, और अपने दोस्तों को फेसबुक ट्विटर और व्हाट्सप्प पर शेयर करे|
तेरी मोहब्बत में और मेरी फितरत में बस फर्क इतना है कि तेरा Attitude नहीं जाता और मुझे झुकना नहीं आता
बुलंदी की उड़ान पर हो अगर तो जरा सब्र रखो परिंदे बताते है कि आसमान में ठिकाने नहीं होते
समझदार व्यक्ति वो नहीं जो ईट का जवाब पत्थर से दे समझदार व्यक्ति तो वो है जो फैंकी हुयी ईट से अपना आशियाना बनाले
लहरों को खामोश देखकर यह न समझना कि समुन्दर में रवानी नहीं है हम जब भी उठेंगे तूफ़ान बनकर उठेंगे बस उठने की अभी ठानी नहीं है
रात को बुक्स मेरी मुझे देखती रही नींद मुझे अपनी ओर खींचती रही नींद का झोका मेरा मन मोह गया और फिर में विना पढ़े यह जीनियस सो गया
हसरत की सिर्फ तुम्हे पाने की और कोई ख्वाइश नहीं इस दीवाने की शिकवा मुझे तुमसे नहीं खुदा से है क्या जरुरत थी तुम्हें इतना खूबसूरत बनाने की
चल चले उस मोहब्बत के जहा में जहाँ मेरी आँखे कभी नम ना हो मेरे दामन में भरी रहै खुशिया तेरी मोहब्बत से और वो मोहब्बत कभी कम ना हो
जब ख्याल आया तो ख्याल भी उनका आया जब आंखें बंद की तो ख्वाब उनका आया सोचा याद करलु किसी और को मगर जब होठ खोले तो नाम उनका आया
अभी ना पूछो हमसे कि मंजिल कहा है अभी तो हमने चलने का इरादा किया है ना हारे है ना हारेंगे कभी ये किसी और से नहीं खुद से वादा…
किसी न किसी पर किसी को एतबार हो ही जाता है अजनवी कोई शक्स अपना हो ही जाता है खूबियों से ही नहीं होती मोहब्बत सदा कमियों से भी अक्सर…