शब – ए – फुरकत भी ख़्वाबो की ताबीर बना दी
शब – ए – फुरकत भी ख़्वाबो की ताबीर बना दीवो कौन था जिसने मिरी बिगड़ी तकदीर बना दीमैं लिखने बैठा था पन्नो पे एहसास ऐ – ज़िन्दगीऔर मेरे इस…
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
Collection of Real Shayari in life Category
शब – ए – फुरकत भी ख़्वाबो की ताबीर बना दीवो कौन था जिसने मिरी बिगड़ी तकदीर बना दीमैं लिखने बैठा था पन्नो पे एहसास ऐ – ज़िन्दगीऔर मेरे इस…
कोई पूछे आशिको से जूनून क्या हैइश्क़ क्या है दर्द की लज़्ज़त क्या है।
सबब लूटने का गर कोई पूछे तो ये कहनासाथ उनका न हो तो हमें जीना नहीं आता।
जाने ऐसी भी क्या तिश्नगी थी उनसेआखरी सांस थी और तसव्वुर उनके साथ का।
कुछ चाय सा इश्क़ है हमें आप सेन मिलो तो चैन नहीं आता।
दूर जाने का उसे क्या गम होगापास होकर भी वो कौन सा खुश था।
कभी उतरो तो इश्क़ के दरिया मेंकी किनारो के मुसाफिर हम नहीं हैं।
अनजान बने हो तो गुज़र क्यों नहीं जातेजान ही गए हो तो ठहर जाओ ना ।
ज़िन्दगी सच मैं अगर होती चार दिन कीदिलो को तोड़ने मैं इसे कोई न गवाता।
उलझा रहने दो मुझेयुहीं तुम्हारे दरमियानसुलझ गए हम अगर तोदूरियाँ दास्तां बुनेंगी।