आशिक के नाम से सभी जानते हैं
आशिक के नाम से सभी जानते हैंइतना बदनाम हो गए हम मयखाने मेंजब भी तेरी याद आती है बेदर्द मुझेतोह पीते हैं हम दर्द पैमाने में |
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
आशिक के नाम से सभी जानते हैंइतना बदनाम हो गए हम मयखाने मेंजब भी तेरी याद आती है बेदर्द मुझेतोह पीते हैं हम दर्द पैमाने में |
https://www.youtube.com/embed/wir63cTeLEA तू हज़ार बार भी रूठे तो मना लूँगा तुझेमगर देख मोहब्बत में शामिल कोई दूसरा ना होकिस्मत यह मेरा इम्तेहान ले रही हैतड़पकर यह मुझे दर्द दे रही हैदिल…
किस्मत यह मेरा इम्तेहान ले रही हैतड़पकर यह मुझे दर्द दे रही हैदिल से कभी भी मैंने उसे दूर नहीं कियाफिर क्यों बेवफाई का वह इलज़ाम दे रही है
अनदेखे धागों से,कुछ यू बांध गया मुझको,कि वो साथ ही नहीं,और हम आजाद भी नहीं|
अब ख़ुशी है न कोई दर्द रुलाने वालाहमने अपना लिया हर रंग ज़माने वाला उसको रुख़सत तो किया था मुझे मालूम न थासारा घर ले गया घर छोड़ के जाने…
itnā ehsān to ham par vo ḳhudārā karte apne hāthoñ se jigar chaak hamārā karte ham ko to dard-e-judā.ī se hī mar jaanā thā chand roz aur na qātil ko…
मुझे आबाद कर या मुझे फ़ना करे कोईउसकी यादो से मुझसे जुदा करे कोई Like4:02 pm
कोई पूछे आशिको से जूनून क्या हैइश्क़ क्या है दर्द की लज़्ज़त क्या है।
दूर जाने का उसे क्या गम होगापास होकर भी वो कौन सा खुश था।
जब उनको सोचता हूँ तो खुद को भूल जाता हूँ कभी हाल इश्क़ मैं उनका भी ऐसा था।