ज़माने के सवालों को में हस के टाल दू लेकिन,
ज़माने के सवालों को में हस के टाल दू लेकिन,नमी आँखों की कहती हे मुझे तुम याद आते हो|
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
Iss Category Ke Andar Tamam Asli Shayaro Ki List Hai. Jo Shayari Karte Hai.
ज़माने के सवालों को में हस के टाल दू लेकिन,नमी आँखों की कहती हे मुझे तुम याद आते हो|
बेवफाही की इन्तहा कर दे,ताकि मालूम हो वफ़ा क्या हे|
बंध जाये अगर किसी से रूह का बंधन,तो इजहार-ए-इश्क़ को अल्फ़ाज़ की जरूरत नहीं होती।
मुहब्बत में झुकना कोई अजीब बात नहीं;चमकता सूरज भी तो ढल जाता है चाँद के लिए।
न जाने क्या कमी है मुझमेन जाने क्या खूबी है उसमेवो मुझे याद नहीं करती औरमै उसे भूल नहीं सकता
यु जो आप नजरो से इजहार करते हो,मुझ पर जुल्म ढाते हो,पर कमाल करते हो|
रिश्तो से मुकर जाना दस्तूर है दुनिया कामोहोब्बत जिन से हो जाये वो दिलो से नहीं जाते।
Jalate hain hum apne dil ko diye ki tarah,Teri zindagi mein khushiyon ki roshni lane ke liye,Seh jate hain har chubhan ko apne pairon tale,Tera rahun mein phool bichhane ke…