कोई जाता है यहाँ से न कोई आता है,
ये दीया अपने ही अँधेरे में घुट जाता है।
कोई जाता है यहाँ से न कोई आता है,ये दीया अपने ही अँधेरे में घुट जाता है। सब समझते हैं वही रात की किस्मत होगा,जो सितारा बुलंदी पर नजर आता…