Author: Real Shayari

Real Shayari Ek Koshish hai Duniya ke tamaan shayar ko ek jagah laane ki.

आप की याद आती रही

आप की याद आती रही रात भर’ चाँदनी दिल दुखाती रही रात भर गाह जलती हुई गाह बुझती हुई शम-ए-ग़म झिलमिलाती रही रात भर कोई ख़ुशबू बदलती रही पैरहन कोई…

चला है सिलसिला

चला है सिलसिला कैसा ये रातों को मनाने का तुम्हें हक़ दे दिया किसने दियों के दिल दुखाने का इरादा छोड़िये अपनी हदों से दूर जाने का ज़माना है ज़माने…

तीन ही चीज़ें इस तेज़ी से बिछड़ती हैं….,

तीन ही चीज़ें इस तेज़ी से बिछड़ती हैं….,इक सूरज की पहली किरन और हम दोनों, मैं सितारा हूँ मगर तेज़ नहीं चमकूँगा…,देखने वाले की आँखों की सुहूलत के लिए|