नशे में भी तेरा नाम लब पर आता है
नशे में भी तेरा नाम लब पर आता हैचलते हुए मेरे पाँव लड़खड़ाते हैंदर्द सा दिल में उठता है मेरेहसीं चेहरे पर भी दाग नजर आता है
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
नशे में भी तेरा नाम लब पर आता हैचलते हुए मेरे पाँव लड़खड़ाते हैंदर्द सा दिल में उठता है मेरेहसीं चेहरे पर भी दाग नजर आता है
बदलना आता नही हमे मौसम की तरहहर एक रुत में तेरा इंतज़ार करते हैना तुम समझ सकोगे जिसे कयामत तककसम तुम्हारी तुम्हे हम इतना प्यार करते है