खामोशियाँ ही बेहतर है जिंदगी के सफर में
खामोशियाँ ही बेहतर है जिंदगी के सफर में लफ्जों की मार ने कई घर तबाह किये
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
खामोशियाँ ही बेहतर है जिंदगी के सफर में लफ्जों की मार ने कई घर तबाह किये
लम्हों की खुली किताब है जिंदगी ख्यालों और सांसो का हिसाब है जिंदगी कुछ जरूरतें पूरी ,कुछ ख्वाइशें अधूरी इन्ही सवालो के जवाब है जिंदगी
जो सफर इख्तियार करते है वहीं मंजिलो को पार करते है बस एक बार चलने का हौसला तो रखिये ऐसे मुसाफिरों का तो रास्ते भी इंतजार करते है
मैदान में हारा हुआ व्यक्ति जीत सकता है लेकिन मन से हारा हुआ व्यक्ति कभी नहीं जीत सकता है
फूल बनकर मुस्कराना है जिंदगी मुस्करा के गम भुलाना है जिंदगी जीतकर कोई खुश हो तो क्या हुआ हार कर खुशिया मनाना है जिंदगी
ये दुनिया एक छोटा सा ख्वाब है जिओ अपनी जिंदगी ऐसे , जैसे जी रहा गुलाब है रहकर साथ काँटों के भी मुस्कराओ ऐसे जैसे मुस्कराता गुलाब है
खुद से जीतने की जिद है मुझे खुद को ही हराना है मैं भीड़ नहीं हूँ दुनिया की, मेरे अंदर एक जमाना है
रास्ते कहाँ ख़त्म होते है जिंदगी के सफर में मंजिलें तो वही है जहाँ ख्वाइशें थम जाऐ
एक पल की जुदाई गवारा कर ना सके ऐसा इश्क़ जो हम दुबारा कर ना सके जिंदगी भर पलट कर देखा ना कभी शिकवा फिर भी हम तुम्हारा कर ना…
पास नहीं हो फिर भी तुम्हें प्यार करते है देखकर तस्वीर तुम्हारी तुमको याद करते है दिल में कैसी तड़प है तुमसे दूर रहकर हर बार तुमसे मिलने की फरियाद…