जब ख्याल आया तो ख्याल भी उनका आया
जब ख्याल आया तो ख्याल भी उनका आया जब आंखें बंद की तो ख्वाब उनका आया सोचा याद करलु किसी और को मगर जब होठ खोले तो नाम उनका आया
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
जब ख्याल आया तो ख्याल भी उनका आया जब आंखें बंद की तो ख्वाब उनका आया सोचा याद करलु किसी और को मगर जब होठ खोले तो नाम उनका आया
उसके बिन चुप-चुप रहना अच्छा लगता है ख़ामोशी से इस दर्द को सहना अच्छा लगता है उसका मिलना ना मिलना तो किस्मत की बात है पर हर पल उसका इंतजार…
अभी ना पूछो हमसे कि मंजिल कहा है अभी तो हमने चलने का इरादा किया है ना हारे है ना हारेंगे कभी ये किसी और से नहीं खुद से वादा…
वो मिल जाते है कहानी बनकर दिल में बस जाते है निशानी बनकर जिन्हे हम रखते है अपनी आँखों में क्यों निकल जाते है वो पानी बनकर
मेरे दिल का दर्द किसने देखा है मुझे बस खुदा ने तड़पते देखा है हम तन्हाई में बैठे रोते है लोगों ने हमें महफ़िल में हसते देखा है
करोगे याद गुजरे ज़माने को तरसोगे हमारे साथ एक पल बिताने को फिर आवाज दोगे हमे बापस बुलाने को और हम कहंगे दरवाजा नहीं है स्वर्ग से बापस आने को
कितना अजीब लगता है उस वक़्त जब बादल हो पर बरसात ना हो आंखें हो पर ख्वाब ना हो जिंदगी हो पर प्यार ना हो कोई अपना हो पर पास…
ये जिंदगी तो बस चाहतों का सिलसिला है कुछ खोया है तो कुछ पाया है माँगा था जिसे हमने दुआ में अपनी वो किसी को विना मांगे मिल गया है
किसी न किसी पर किसी को एतबार हो ही जाता है अजनवी कोई शक्स अपना हो ही जाता है खूबियों से ही नहीं होती मोहब्बत सदा कमियों से भी अक्सर…
jindagi ki rah mai har roj naye log milenge kanhi jyada to kanhi kam milenge Jara soch samjh kar Aetbar karna jaruri nahi ki har mod par sahi log milenge