Uski Mohabbat ka silsila bhi kitna Ajeeb tha
Uski Mohabbat ka silsila Bhi kitna Ajeeb tha Apna bhi nhi bnaya hme or kisi Aur ka hone bhi nhi diya
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
Uski Mohabbat ka silsila Bhi kitna Ajeeb tha Apna bhi nhi bnaya hme or kisi Aur ka hone bhi nhi diya
तुम्हे कोई दुःख हो हम सह नहीं सकते भरी महफ़िल में यह कह नहीं सकते हमारे गिरते हुए इन आंसुओ को पढ़ कर देखो वो भी कहंगे कि हम आपके…
किस किस को खरीदोगे इन कागज के नोटों से किस्मत परखने के लिए तो आज भी सिक्का ही उछलता है
Gam mai muskrane walo ko rulaya nhi jata Badal ko barish se juda kiya nahi jata Jab pyar ho jaye to use jataya nhi Jata Kyoki kahkar kisi ko apna…
सुबह सुबह में सूरज का साथ हो चिड़ियों के चहचाहने की आवाज हो हाथ में चाय का कप और यादों में आप हो उस ख़ुशनुवां सुबह की तो बात ही…
एक जुर्म हुआ है हमसे हम भी किसी को दिल दे बैठे है अपना उसे समझ कर सब भेद दे बैठे है फिर उसके प्यार के लिए दिल और जान…
मेरे प्यार का भी अब वो इम्तहान लेते है दिल में कितनी जगह है पूछते है चाहते है हम उन्हें खुद से भी ज्यादा वो अब चाहने की भी वजह…
अपनों को दूर जाते देखा है सपनो को चूर होते देखा है लोग कहते है कि फूल कभी रोते नहीं अरे तन्हाइयो में हमने फूलों को भी रोते देखा है
Kisi ne Roja rakha to Kisi ne Upwas rkha Kabool hoga usi ka Jisne apne Maa-Baap Ko pass rkha
शायद ये दिल तो किसी और के घर का परिंदा है जो सीने में तो रहता है लेकिन हमारे बस में नहीं रहता है