कोई दर्द न था जब तक हमदर्द न था
हमदर्द क्या मिला की ज़ख्म कोई नया।
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
कोई दर्द न था जब तक हमदर्द न था
हमदर्द क्या मिला की ज़ख्म कोई नया।
Real Shayari Ek Koshish hai Duniya ke tamaan shayar ko ek jagah laane ki.